कार्यालय का समय :सोमवार - शनिवार: 10 AM - 05 PM

सम्पर्क : 9589237554

संस्थान का मुख्य कार्य हिंदी भाषा से संबंधित क्षैक्षणिक कार्यक्रम चलाना, शोध कार्य संपन्न करना एवं हिन्दी के प्रचार प्रसार में अग्रणी भूमिका निभाना है। प्रारंभ में संस्थान का प्रमुख कार्य अहिंदी भाषी क्षेत्रों के लिए योग्य, सक्षम एवं प्रभावकारी हिंदी अध्यापकों को ट्रेनिंग कॉलेज और स्कूली स्तरों पर पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित करना था। परंतु बाद में हिंदी के शैक्षिक प्रचार-प्रसार और विकास को ध्यान में रखते हुए संस्थान ने अपने कार्य क्षेत्रों और प्रकार्यों को विस्तृत किया, जिसके अंतर्गत हिंदी शिक्षण-प्रशिक्षण, हिंदी भाषा-परक शोध, भाषाविज्ञान तथा तुलनात्मक साहित्य आदि विषयों से संबंधित मूलभूत वैज्ञानिक अनुसंधान कार्यक्रमों को संचालित करना प्रारंभ किया तथा विविध स्तरीय पाठ्यक्रमों, शैक्षिक सामग्री, अध्यापक निर्देशिकाएँ इत्यादि तैयार करने का कार्य भी प्रारंभ किया।

यह संस्थान हिंदी अध्ययन-अध्यापन और अनुसंधान का एक महत्वपूर्ण केंद्र है।

हिंदी भारत की सामासिक संस्कृति की संवाहिका के रूप में अपनी सार्थक भूमिका निभा सके, इस उद्देश्य एवं संकल्प के साथ संस्थान निरंतर कार्यरत है। अखिल भारतीय स्तर पर हिंदी को संपर्क भाषा के रूप में प्रतिष्ठित करने के लिए भी संस्थान अथक प्रयास कर रहा है। संस्थान का मूलभूत उद्देश्य है कि भारतीय भाषाएँ एक दूसरे के निकट आएँ और सामान्य बोधगम्यता की दृष्टि से हिंदी इनके बीच सेतु का कार्य करे तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय चेतना, संस्कृति एवं उससे संबद्ध मूल तत्त्व हिंदी के माध्यम से प्रसारित ही न हों, बल्कि सुग्राह्य भी बनें।

भारतीय संविधान के अनुच्‍छेद 351 में निहित दिशा-निर्देशों के अनुरूप हिन्‍दी को अपनी विविध भूमिकाएं निभाने में समर्थ और सक्रिय बनाने के उद्देश्‍य से एवं विविध शैैक्षणिक, सांस्‍कृतिक और व्‍यावहारिक स्‍तरों पर सुनियोजित अनुसंधान द्वारा शिक्षण-प्रशिक्षण, भाषा-विश्‍लेषण, भाषा का तुलनात्‍मक अध्‍ययन तथा शिक्षण सामग्री निर्माण आदि को विकसित करने के लिए विद्यालयीन स्‍तर पर (म.प्र.) अधिनियम 1973 के माध्‍यम से हिन्‍दी साहित्‍य विद्यालयी शिक्षा संस्‍थान की 2019 में स्थापना हुई l

मध्‍य-प्रदेश अधिनियम 1973 क्रमांक 44 के तहत् संख्‍या 02/43/07/23109/19 राज्‍य शासन के प्रावधान अनुसार हिन्‍दी साहित्‍य विद्यालयी शिक्षा संस्‍थान दिनांक 15 मार्च 2019 दिन शुक्रवार को प्रभावशील हुआ है ।